The Digital Teacher : February 2023

नवागढ़ विकासखण्ड स्तरीय समावेशी शिक्षा आधारित 4 दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण संपन्न...

जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लाक अंतर्गत सरकारी स्कूलों में अध्यनरत दिव्यांग बच्चों के गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिलाने तथा शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने अधिगम अक्षमता एवं बौद्धिक निःशक्तता आधारित समावेशी शिक्षा पर चार दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन 21 से 24 फरवरी 2023 तक एसडी महाविद्यालय नवागढ़ में किया गया। प्रशिक्षण में नवागढ़ ब्लाक के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं के 40 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। बीईओ श्री विजय कुमार लहरे, बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर व बीआरपी नवागढ़ अंजू मिश्रा के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर व नवाचारी शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि शासन स्तर पर 21 प्रकार दिव्यांगता माने गये है जिन्हे हम शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचा सकते है इनमें दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, कुष्ठरोगी, श्रवण बाधित, चलन निशक्तता, बौनापन, बौद्धिक निशक्तता, मानसिक रोग, आटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मांसपेशी दुर्विकार, क्रोनिक न्यूरोलाजिकल कंडीशन्स, स्पेशिक लर्निंग डिसएबिलिटी, मल्टीपल स्कलेरोसिस, वाक एवं भाषा निशक्तता, थेलेसीमिया, हिमोफिलिया, स्किल सैल डिसीज, बहु निशक्तता, तेजाब हमला पीड़ित एवं पार्किनसंस रोग के विकारों से ग्रसित लोग शामिल है। मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण ज्ञानदीप पुरस्कार से पुरस्कृत नवाचारी शिक्षिका व मास्टर ट्रेनर श्रीमती गीता लहरे ने अलग-अलग प्रकार के दिव्यांगों के बारे में विस्तार पूर्वक गतिविधि कराते हुए जानकारी दी। श्रीमती गीता लहरे ने साइन लैंग्वेज संबंधी प्रायोगिक प्रदर्शन कराते हुए सभी शिक्षकों को इसे बच्चों को सिखाने की अपील की। बीआरपी अकलतरा श्रीमती अंजना घोष ने सभी प्रकार के दिव्यांगों को स्कूल स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं व संसाधनों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। बीआरपी नवागढ़ अंजू मिश्रा ने दिव्यांगता के प्रकार एवं उनकी पहचान पर प्रकाश डाला तथा सभी स्कूलों से ऐसे बच्चों की जानकारी मांगा गया ताकि उन्हे संसाधन मुहैया कराया जा सके। प्रशिक्षण में श्री राजेश सूर्यवंशी ने यू डाईस के विद्यार्थी वाले कालम में सावधानी पूर्वक बच्चों के दिव्यांगता की पहचान कर उन्हे शासन की योजनाओं का लाभ दिलाये जाने के लिए प्रोजेक्टर पर प्रक्रिया को बताया। बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर ने दिव्यांग बच्चो के शिक्षण में विशेष ध्यान देने एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षण देने अपना सौ फीसदी योगदान देने की बात कही गयी। उन्होंने शासकीय शालाओं में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने एवं उन्हें सामान्य बच्चों के साथ बेहतर शिक्षा दीक्षा देने की बात कही। 4 दिवसीय प्रशिक्षण में प्रतिदिवस प्रतिवेदन वाचन तथा सुबह शाम राजगीत व राष्ट्रगान कराया गया। प्रशिक्षण में श्रीमती रमेश कारके (सहा.शिक्षक, शास.जन.प्राथ.शाला कुटरा), श्रीमती सुशीला बघेल (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला गौद), प्रीति डोंगरे (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला नेगुरडीह), रामकुमारी चंद्रा (प्रधान पाठक, शास.नवीन प्राथ. शाला नेगुरडीह), निशा राठौर (शिक्षक, शास. कन्या पूर्व माध्य. शाला नवागढ़), श्रीमती दुर्गेश नंदिनी सिंह (प्रधान पाठक, शास.न.प्राथ.शाला नहर कालोनी अवरीद), श्रीमती सुमित्रा मरावी (प्रधान पाठक, शास.प्राथ.शाला दर्रीपार नैला),  श्रीमती रत्ना जायसवाल (शिक्षक, शास. नवीन पूर्व माध्य. शाला मुनुंद), श्रीमती ममता तिग्गा (सहा.शिक्षक, शास.जन. प्राथ.शाला कटौद), श्रीमती रागिनी तिवारी (प्रधान पाठक, शास. न. प्राथ.शाला गोड़पारा अमोरा), श्रीमती सुमन देवी साहू (प्रधान पाठक, शास.प्राथ.शाला चौड़ीपारा खोखसा), श्री अमित कुमार शुक्ला (सहा.शिक्षक, शास.प्राथ.शाला मोहतरा), श्री उमेश कुमार राठौर (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला सेंदरी), श्री लोकेश पाण्डेय (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला अमोरा),  श्री सदाराम गोयल (प्रधान पाठक, शास.प्राथ.शाला भैसदा), श्री रामविलास डाहरे (प्रधान पाठक, शास.प्राथ.शाला नवापारा सुकली), श्री सुनील श्रीवास (शिक्षक, शास. कन्या पूर्व माध्य. शाला बरगांव), श्रीमती गीतांजली यादव (प्रधान पाठक, शास.प्राथ.शाला बरछापारा सरखों), श्रीमती पुष्पा सूर्यवंशी (सहा.शिक्षक, शास.प्राथ.शाला धनेली), श्री महेन्द्र यादव (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला अवरीद), श्री राजेश सिंह जगत (प्रधान पाठक, शास.प्राथ.शाला बगडबरीपारा महंत), श्री रविन्द्र सिंह कंवर (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला नैला), श्री असीमधर दीवान (सहा.शिक्षक, शास.प्राथ.शाला बावलीपारा पचेड़ा), श्री नरेन्द्र राठौर (सहा.शिक्षक, शास.कन्या प्राथ.शाला धाराशिव खोखरा), श्रीमती भारती नामदेव (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला कन्हाईबंद), श्रीमती त्रिवेणी चंदेल (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला पाली), श्रीमती जानकी गढ़े (सहा.शिक्षक, शास.जन. प्राथ.शाला पुटपुरा), श्रीमती लता राठौर (प्रधान पाठक, शास.बालक प्राथ.शाला नैला), श्री रविकांत पाण्डेय (शिक्षक, शास. कन्या पूर्व माध्य. शाला जांजगीर), श्री लोमश राम श्रीवास (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला केरा), श्रीमती रामेश्वरी राठौर (प्रधान पाठक, शास.जन. प्राथ.शाला धाराशिव खोखरा), श्री धनंजय राठौर (शिक्षक, शास. पूर्व माध्य. शाला पुटपुरा) आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उपस्थित रहकर प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण को सुचारू रूप से संपन्न कराने में बीआरपी अंजू मिश्रा, शिक्षक श्री कमलेश पाण्डेय, श्री असीमधर दीवान, श्री राजकुमार जलतारे, श्री बजरंग कटकवार, भृत्य श्री रामकृष्ण कटकवार, लेखापाल श्री संतोष साहू, श्री विनय यादव आदि का सराहनीय योगदान रहा।




























डिजिटल स्कूल शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा (अमोदा) में वार्षिकोत्सव सांस्कृतिक समारोह संपन्न...





























शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा (अमोदा) में आज 17 फरवरी 2023 शुक्रवार को वार्षिकोत्सव समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान रिया, उमा, आशा, हिमांशी, भाग्यश्री, दीप्ती, कन्या, श्रुति, प्रीति, मंजू, निशा, खुश्बू, छाया, संजना, सोनिया, चांदनी, अंजली, संध्या, शीतल, आरती, निशी, रजनी, पायल, काजल, श्रुति, आर्यन व दीपक सहित विद्यार्थियों ने कुल 25 रंगारंग प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी प्रभावशाली प्रस्तुति से उपस्थितजनों का मन मोह लिया सभी ने बच्चों को नगद राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान कर उनका उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम के पश्चात बच्चों को स्कूल की ओर से लंच बाक्स पुरूस्कार के रूप में दिए गये। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती की वंदना से की गई। इस दौरान बच्चों ने एक से बढ़कर एक आंचलिक, धार्मिक व देशभक्ति गीतों पर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। देर शाम तक गांववासी बच्चों के कार्यक्रम को देखने जुटे रहे। इन प्रस्तुतियों को देखकर दर्शक भी मंत्रमुग्ध नजर आये। बच्चों की ओर से तैयार की गई यह प्रस्तुतियां उपस्थितजनों के बीच आकर्षण का केंद्र रहीं। इस दौरान समूह नृत्य के साथ-साथ छात्राओं ने एकांकी प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम का संचालन नवाचारी शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी तथा आभार प्रदर्शन प्रधान पाठक श्री भानूप्रताप महाराणा ने किया। कार्यक्रम में ग्राम सरपंच श्री जोगेश चौहान, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष श्री चंदराम साहू, शाला आपदा प्रबंधन समिति अध्यक्ष श्रीमती सावित्री बाई चौहान, श्री सोनाराम केंवट, श्री कन्हैया लाल मरावी, श्री हेमंत यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।
                                                        









बच्चों में सौरमण्डल की समझ बनाने नवाचारी शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने किया क्रियात्मक अनुसंधान...




जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट जांजगीर द्वारा केन्द्र प्रवर्तित योजना अंतर्गत क्रियात्मक अनुसंधान कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया गया है। इसी कड़ी में नवाचारी शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा (अमोदा) ने विज्ञान विषय में सौरमण्डल की उचित समझ विकसित करने हेतु क्रियात्मक अनुसंधान किया है। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर के प्रभारी प्राचार्य श्री बी.पी. साहू, व्याख्याता श्री के.एम. जायसवाल, श्री एस.के.राठौर, श्री एस.के. साहू, श्रीमती कल्याणी बोस, श्रीमती रमा गोस्वामी के मार्गदर्शन में इस क्रियात्मक अनुसंधान में शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने कक्षा आठवीं के 27 बच्चों का प्री टेस्ट लिया गया जिसमें 19 बच्चों को न्यादर्श के रूप में चयनित कर 45 दिवस की कार्ययोजना तैयार कर क्रियात्मक अनुसंधान कार्य किया गया। इस लघु शोध के उद्देश्य पूर्ति के लिए चलित टीएलएम, सौरमण्डल का कटआउट चित्र, प्री व पोस्ट के लिए प्रश्नावली शिक्षक द्वारा तैयार किया गया। जिसके बाद शाला प्रबंधन समिति, प्रधान पाठक श्री भानूप्रताप महाराणा, शिक्षक श्री कन्हैया लाल मरावी व बच्चों के सहयोग से गतिविधि को मनोरंजन एवं रुचिकर तरीके से करते हुए अंत में पोस्ट टेस्ट लिया गया जिसमें बच्चों में सौरमण्डल को समझने उचित दक्षता का विकास हुआ। जिसके बाद शिक्षक द्वारा संपूर्ण लघु शोध का दस्तावेजीकरण कर फाईल तैयार किया गया है। नवाचारी शिक्षक श्री सूर्यवंशी ने कहा है कि इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए श्री व्ही.के.लहरे विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी नवागढ़, श्रीमती रिषीकांता राठौर, बीआरसी समग्र शिक्षा नवागढ़, श्री जोगेश चैहान सरपंच ग्राम पंचायत नवापारा (अमोदा), श्री चंदराम साहू, अध्यक्ष शाला प्रबंधन व विकास समिति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। मैं विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं को मेरा स्नेह जिन्होंने स्व स्फूर्त सक्रिय होकर मुझे भी शोध कार्य करने के लिए ऊर्जा प्रदान किया। व्यवस्थागत सुधारों और अपने शोध कार्यों में निरंतर निखार लाने आप सभी का टिप्पणियों एवं सुझावों का मैं स्वागत करता हंू जिनसे भावी संशोधनों में मुझे मार्गदर्शन व मदद मिल सकती है।
इस संबंध में शोधकर्ता शिक्षक श्री सूर्यवंशी ने बताया कि शिक्षा सत्र 2022-23 में मेरे द्वारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा (अमोदा), संकुल केन्द्र अमोदा, विकासखण्ड नवागढ़, जिला-जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ़ में कक्षा 8 के विद्यार्थियों में सौरमण्डल की उचित समझ विकसित करना विषय पर क्रियात्मक अनुसंधान किया गया है। क्रियात्मक अनुसंधान एक ऐसा अनुसंधान है जिससे शिक्षा के क्षेत्र में लागू करके हम कई समस्याओं का निदान कर सकते है। वास्तव में क्रियात्मक अनुसंधान मौलिक अनुसंधान के वास्तविक अभिप्राय को अपनाते हुए सिद्धांत के प्रतिपादन की बजाय, समस्याओं के समाधान पर अपना ध्यान केन्द्रित करता है। मेरे द्वारा इस क्रियात्मक अनुसंधान को कुल 45 स्कूल कार्य दिवसों में संपन्न किया गया है जिसमें 3 दिवस समुदाय, शिक्षक स्टाप व बच्चों से चर्चा करने, 03 दिवस कार्ययोजना के क्रियान्वयन हेतु प्रश्नावली, टीएलएम व उपकरण तैयार करने में, 04 दिवस पूर्व व पश्च परीक्षण कर, 20 दिवस कार्ययोजना के क्रियान्वयन करके, 05 दिवस आंकड़ों का संकलन, वर्गीकरण व विश्लेषण करने में तथा 10 दिवस लेखन कार्य, कम्प्यूटर टंकण व फाइल तैयार करने में व्यतीत हुआ। इस तरह से यह क्रियात्मक अनुसंधान आपके समक्ष अवलोकनार्थ सादर प्रस्तुत है।










  






















समावेशी शिक्षा आधारित 21 प्रकार के दिव्यांगता पर नवागढ़ ब्लाक के 40 व्याख्याताओं को दिया गया प्रशिक्षण...




जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लाक अंतर्गत सरकारी स्कूलों में अध्यनरत दिव्यांग बच्चो के गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिलाने तथा शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने अधिगम अक्षमता एवं बौद्धिक निःशक्तता आधारित समावेशी शिक्षा पर एक दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन आज 15 फरवरी 2023 बुधवार को एसडी महाविद्यालय नवागढ़ में किया गया। प्रशिक्षण में नवागढ़ ब्लाक के 40 हाई/ हायर सेकेण्डरी शालाओं के एक-एक व्याख्याताओं ने हिस्सा लिया। बीईओ श्री विजय कुमार लहरे व बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर व नवाचारी शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि शासन स्तर पर 21 प्रकार दिव्यांगता माने गये है जिन्हे हम शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचा सकते है इनमें दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, कुष्ठरोगी, श्रवण बाधित, चलन निशक्तता, बौनापन, बौद्धिक निशक्तता, मानसिक रोग, आटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मांसपेशी दुर्विकार, क्रोनिक न्यूरोलाजिकल कंडीशन्स, स्पेशिक लर्निंग डिसएबिलिटी, मल्टीपल स्कलेरोसिस, वाक एवं भाषा निशक्तता, थेलेसीमिया, हिमोफिलिया, स्किल सैल डिसीज, बहु निशक्तता, तेजाब हमला पीड़ित एवं पार्किनसंस रोग के विकारों से ग्रसित लोग शामिल है। मास्टर ट्रेनर श्रीमती गीता लहरे ने अलग-अलग प्रकार के दिव्यांगों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी। बीआरपी अकलतरा श्रीमती अंजना घोष ने सभी प्रकार के दिव्यांगों को स्कूल स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं व संसाधनों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। बीआरपी नवागढ़ अंजू मिश्रा ने दिव्यांगता के प्रकार एवं उनकी पहचान पर प्रकाश डाला तथा सभी स्कूलों से ऐसे बच्चों की जानकारी मांगा गया ताकि उन्हे संसाधन मुहैया कराया जा सके। एक दिवसीय प्रशिक्षण में बीईओ श्री व्ही.के. लहरे ने सभी को यू डाईस के विद्यार्थी वाले कालम में सावधानी पूर्वक बच्चों के दिव्यांगता की पहचान कर उन्हे शासन की योजनाओं का लाभ दिलाये जाने की बात कही। बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर ने उपस्थित होकर व्याख्याताओं को दिव्यांग बच्चो के शिक्षण में विशेष ध्यान देने एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षण देने अपना सौ फीसदी योगदान देने की बात कही गयी। उन्होंने शासकीय शालाओं में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने एवं उन्हें सामान्य बच्चों के साथ बेहतर शिक्षा दीक्षा देने की बात कही। प्रशिक्षण में श्री दुष्यंत कुमार कश्यप (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल रिंगनी), श्री नरेशराम कारके (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.धाराशिव), श्री संतोष कुमार दिवाकर (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल पोड़ी राछा), श्री हेमप्रकाश कश्यप (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल सिंघुल), श्री फूलेश राम महिपाल (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल उदयभाठा), श्री जवाहर लाल टाण्डे (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल मुड़पार), श्री भगवान चरण टण्डन (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल कचंदा), श्री जनक दुलार कश्यप (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल तुलसी), श्री देवसिंह डिग्रस्कर (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.अमोरा), श्री भीमसेन कुंभकार (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.नवागढ़), श्री पारसनाथ यादव (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सिवनी नैला), श्री महाबीर बिजर्सन (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.कुटरा), श्री प्यारेलाल रत्नाकर (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल भाठापारा नैला), श्री हरिशंकर वर्मा (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.केरा), श्री रनजीत कश्यप (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.अमोदा), श्री रामनारायण यादव (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.किरीत), श्रीमती दमयंती गढ़वाल (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल खोखसा), प्रेमलता साहू (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.पीथमपुर), श्रीमती मंजू शशि तिर्की (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सरखों), प्रतिक्षा सिंह (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.धाराशिव रो), श्रीमती रंजना तिवारी (व्याख्याता, शास. कन्या उ.मा.वि.जांजगीर), श्रीमती प्रमिला साण्डे (व्याख्याता, शास. उ.मा.वि.भड़ेसर), श्रीमती विनयलता जलतारे (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.शिवरीनारायण), श्रीमती पीली हरवंश (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सेमरा), श्रीमती ज्योति किरण तिवारी (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सिऊड़), श्रीमती कृष्णा सिंह (व्याख्याता, शास. हाई स्कूल गौद), श्रीमती दीप्ती तिवारी (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल सुकली), श्रीमती आभा पूनम तिर्की (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल रोगदा), श्रीमती उमा महोबिया (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सलखन), श्रीमती सावित्री पाटले (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल बुड़ेना), श्री श्याम सुंदर साहू (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल तुस्मा), श्री राजेश कुमार तंबोली (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.बनारी), सीता बंजारे (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.बोड़सरा), कुमारी वर्षा पैकरा (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.महंत), श्रीमती आर.कंवर (व्याख्याता, शास.क.उ.मा.वि.खोखरा), श्री प्रकाश भगत (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल घुठिया) ने सहभागिता निभाया। वही प्रशिक्षण को सुचारू रूप से संपन्न कराने में बीआरपी अंजू मिश्रा, शिक्षक श्री कमलेश पाण्डेय, शिक्षक श्री असीमधर दीवान, शिक्षक श्री राजकुमार जलतारे, भृत्य श्री रामकृष्ण कटकवार, लेखापाल श्री संतोष साहू, आपरेटर श्री विनय यादव आदि का सराहनीय योगदान रहा।


























डिजिटल स्कूल में दीक्षांत समारोह के साथ परीक्षाफल की घोषणा, बच्चों को बांटे गये अंकसूची...

नवागढ़ ब्लाक के शास.पूर्व माध्य.शाला नवापारा (अमोदा) में शिक्षा सत्र के अंतिम दिवस आज 29 अप्रैल शनिवार को प्रगति पत्रक वितरण सह दीक्षांत समार...