जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लाक अंतर्गत सरकारी स्कूलों में अध्यनरत दिव्यांग बच्चो के गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिलाने तथा शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने अधिगम अक्षमता एवं बौद्धिक निःशक्तता आधारित समावेशी शिक्षा पर एक दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन आज 15 फरवरी 2023 बुधवार को एसडी महाविद्यालय नवागढ़ में किया गया। प्रशिक्षण में नवागढ़ ब्लाक के 40 हाई/ हायर सेकेण्डरी शालाओं के एक-एक व्याख्याताओं ने हिस्सा लिया। बीईओ श्री विजय कुमार लहरे व बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर व नवाचारी शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि शासन स्तर पर 21 प्रकार दिव्यांगता माने गये है जिन्हे हम शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचा सकते है इनमें दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, कुष्ठरोगी, श्रवण बाधित, चलन निशक्तता, बौनापन, बौद्धिक निशक्तता, मानसिक रोग, आटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मांसपेशी दुर्विकार, क्रोनिक न्यूरोलाजिकल कंडीशन्स, स्पेशिक लर्निंग डिसएबिलिटी, मल्टीपल स्कलेरोसिस, वाक एवं भाषा निशक्तता, थेलेसीमिया, हिमोफिलिया, स्किल सैल डिसीज, बहु निशक्तता, तेजाब हमला पीड़ित एवं पार्किनसंस रोग के विकारों से ग्रसित लोग शामिल है। मास्टर ट्रेनर श्रीमती गीता लहरे ने अलग-अलग प्रकार के दिव्यांगों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी। बीआरपी अकलतरा श्रीमती अंजना घोष ने सभी प्रकार के दिव्यांगों को स्कूल स्तर पर मिलने वाली सुविधाओं व संसाधनों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। बीआरपी नवागढ़ अंजू मिश्रा ने दिव्यांगता के प्रकार एवं उनकी पहचान पर प्रकाश डाला तथा सभी स्कूलों से ऐसे बच्चों की जानकारी मांगा गया ताकि उन्हे संसाधन मुहैया कराया जा सके। एक दिवसीय प्रशिक्षण में बीईओ श्री व्ही.के. लहरे ने सभी को यू डाईस के विद्यार्थी वाले कालम में सावधानी पूर्वक बच्चों के दिव्यांगता की पहचान कर उन्हे शासन की योजनाओं का लाभ दिलाये जाने की बात कही। बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर ने उपस्थित होकर व्याख्याताओं को दिव्यांग बच्चो के शिक्षण में विशेष ध्यान देने एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षण देने अपना सौ फीसदी योगदान देने की बात कही गयी। उन्होंने शासकीय शालाओं में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने एवं उन्हें सामान्य बच्चों के साथ बेहतर शिक्षा दीक्षा देने की बात कही। प्रशिक्षण में श्री दुष्यंत कुमार कश्यप (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल रिंगनी), श्री नरेशराम कारके (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.धाराशिव), श्री संतोष कुमार दिवाकर (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल पोड़ी राछा), श्री हेमप्रकाश कश्यप (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल सिंघुल), श्री फूलेश राम महिपाल (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल उदयभाठा), श्री जवाहर लाल टाण्डे (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल मुड़पार), श्री भगवान चरण टण्डन (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल कचंदा), श्री जनक दुलार कश्यप (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल तुलसी), श्री देवसिंह डिग्रस्कर (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.अमोरा), श्री भीमसेन कुंभकार (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.नवागढ़), श्री पारसनाथ यादव (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सिवनी नैला), श्री महाबीर बिजर्सन (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.कुटरा), श्री प्यारेलाल रत्नाकर (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल भाठापारा नैला), श्री हरिशंकर वर्मा (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.केरा), श्री रनजीत कश्यप (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.अमोदा), श्री रामनारायण यादव (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.किरीत), श्रीमती दमयंती गढ़वाल (व्याख्याता, शास.हाईस्कूल खोखसा), प्रेमलता साहू (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.पीथमपुर), श्रीमती मंजू शशि तिर्की (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सरखों), प्रतिक्षा सिंह (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.धाराशिव रो), श्रीमती रंजना तिवारी (व्याख्याता, शास. कन्या उ.मा.वि.जांजगीर), श्रीमती प्रमिला साण्डे (व्याख्याता, शास. उ.मा.वि.भड़ेसर), श्रीमती विनयलता जलतारे (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.शिवरीनारायण), श्रीमती पीली हरवंश (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सेमरा), श्रीमती ज्योति किरण तिवारी (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सिऊड़), श्रीमती कृष्णा सिंह (व्याख्याता, शास. हाई स्कूल गौद), श्रीमती दीप्ती तिवारी (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल सुकली), श्रीमती आभा पूनम तिर्की (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल रोगदा), श्रीमती उमा महोबिया (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.सलखन), श्रीमती सावित्री पाटले (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल बुड़ेना), श्री श्याम सुंदर साहू (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल तुस्मा), श्री राजेश कुमार तंबोली (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.बनारी), सीता बंजारे (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.बोड़सरा), कुमारी वर्षा पैकरा (व्याख्याता, शास.उ.मा.वि.महंत), श्रीमती आर.कंवर (व्याख्याता, शास.क.उ.मा.वि.खोखरा), श्री प्रकाश भगत (व्याख्याता, शास.हाई स्कूल घुठिया) ने सहभागिता निभाया। वही प्रशिक्षण को सुचारू रूप से संपन्न कराने में बीआरपी अंजू मिश्रा, शिक्षक श्री कमलेश पाण्डेय, शिक्षक श्री असीमधर दीवान, शिक्षक श्री राजकुमार जलतारे, भृत्य श्री रामकृष्ण कटकवार, लेखापाल श्री संतोष साहू, आपरेटर श्री विनय यादव आदि का सराहनीय योगदान रहा।
समावेशी शिक्षा आधारित 21 प्रकार के दिव्यांगता पर नवागढ़ ब्लाक के 40 व्याख्याताओं को दिया गया प्रशिक्षण...
मेरे बारे में ...
डिजिटल पाठ्यपुस्तकों और आडियों, विडियों, इन्टरैक्टिव छवियों, मानचित्रों, प्रश्न संग्रहों जैसे ई संसाधनों का उपयोग करते हुए जल व पर्यावरण संरक्षण की वास्तविक गतिविधियों से बच्चों को जोड़ते हुए समय-समय पर शैक्षणिक प्रदर्शनियों, राष्ट्रीय व राज्य स्तर के कार्यशालाओं, प्रतियोगिताओं, अनुसंधान गतिविधियों व आनलाईन कोर्सेस में भाग लेकर विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रयासरत मानव संसाधन व विकास मंत्रालय भारत सरकार (MHRD) के हाथों पुरस्कृत एक राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक हूं। स्वयं के संसाधनों से सरकारी स्कूल को डिजिटल स्कूल में तब्दील करने के बाद अब ICT तकनीकी का उपयोग कर राज्य भर के उत्साही शिक्षकों व विद्यार्थियों के साथ आनलाईन/आफलाईन जुड़कर नित नये नवाचारी गतिविधियों के लिए समर्पित हूं....
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