The Digital Teacher : August 2019

45 दिनों के निखार कार्य योजना पर ब्लाक भर के शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

जांजगीर-चांपा जिले में पहली बार शासकीय स्कूलों के कक्षा आठवीं और नवमीं के बच्चों की उपलब्धियों में सुधार के लिए ’निखार’ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों की उपलब्धियों में सुधार के लिए बेस लाइन आंकलन व 18 दिनों की फाउण्डेशन कैम्प आयोजित की जा चुकी है जिसके पश्चात आगामी 45 दिनों के सहयोगात्मक अधिगम चरण की कार्ययोजना को सफल बनाने नवागढ़ बीईओ श्री आर.एल. जायसवाल, एबीईओ श्री राजीव नयन शर्मा, श्री संजय देवांगन व बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर के मार्गदर्शन में शिक्षक-शिक्षिकाओं का ब्लाक स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम 29 व 30 अगस्त 2019 को नवागढ़ में आयोजित किया गया। जिसमें विज्ञान विषय के मास्टर टेªनर्स श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी, श्री मनीन्द्र कुमार पाण्डेय व श्री शरद कुमार राठौर, गणित विषय के लिए श्री सत्यप्रकाश तिवारी, श्री ललित मोहन जायसवाल तथा अंग्रेजी विषय के लिए श्री अश्वनी राठौर, श्री रूपेश कुमार राठौर व श्रीमती गीता लहरे के द्वारा सभी 18 संकुल केन्द्रों अमोदा, अवरीद, धनेली, धुरकोट, गौशाला नैला, गोधना, कटौद, किरीत, खोखरा, केरा, मिसदा, नवागढ़, सदर जांजगीर, सलखन, सेमरा, शिवरीनारायण, सिउड़ व सिवनी संकुल अंतर्गत कुल 147 सरकारी विद्यालय जिसमें मिडिल, हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल शामिल है, के करीब 441 शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रातः 10 से शाम 5 बजे तक गहन प्रशिक्षण दिया गया।










इस संबंध में प्रशिक्षण प्रभारी एबीईओ श्री राजीव नयन शर्मा ने बताया कि इसके पूर्व भी 27 से 29 जून 2019 तक कक्षा आठवीं और नवमीं में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषय पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया था जिसमें करीब 500 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सहभागिता निभायी थी। एबीईओ श्री शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लाक भर के सभी 147 उच्च प्राथमिक, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के कक्षा आठवीं और नवमीं के बच्चों का बेसलाइन आंकलन किया जा चुका है और आंकलन का विभाग द्वारा तैयार वेबसाइट में एण्ट्री भी की जा चुकी है। आंकलन से यह पता लगाया जा चुका है कि इन कक्षाओं के कितने बच्चे कक्षा-तीन से कम स्तर के और कितने बच्चे कक्षा-पांच से कम तथा कितने बच्चे कक्षा-आठवीं के स्तर के हैं। अब आगामी 45 दिनों की सहयोगात्मक अधिगम चरण के तहत चिन्हांकित बच्चों के स्तर में सुधार के लिए कार्ययोजना तैयार की गयी है।
                                              क्या है निखार की कार्ययोजना
निखार कार्यक्रम के संबंध में वरिष्ठ मास्टर टेªनर्स राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि पूरे कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित कक्षाओं में 69 दिनों के भीतर 200 घण्टे की कक्षाएं आयोजित करने के निर्देश है जिसमें सर्वप्रथम 18 दिन का फाउंडेशन पाठ्यक्रम पढ़ाया जा चुका है। फाउंडेशन पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्रतिदिन एक-एक घण्टे की हिन्दी, अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान की कक्षाओं का आयोजित किया गया है अर्थात कुल 72 घण्टों का अध्यापन कार्य हो चुका है।  अब 45 दिनों का सहयोगात्मक अधिगम चरण का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रतिदिन 45-45 मिनट की अंग्रेजी, गणित और विज्ञान की कक्षाएं आयोजित की जाएगी। इस चरण में कुल 101 घण्टे 15 मिनट की पढ़ाई होगी। इस चरण में सभी विषयों में महत्वपूर्ण लर्निंग आउटकम पर फोकस किया जाएगा, ताकि बच्चों को आगे की अवधारणाओं को समझने में आसानी हो। कार्यक्रम के तीसरे और अंतिम चरण में अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान विषयों के लिए 6 दिनों का समापन कैम्प आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रतिदिन 45 मिनट के एक विषय अर्थात कुल 2.15 घण्टे की कक्षा आयोजित की जाएगी। छह दिनों में कुल 13.30 घण्टे की कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इस अवधि में बच्चों को परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। कार्यक्रम के तीसरे चरण के बाद इन बच्चों के लिए बेसलाइन की तरह एण्डलाइन टेस्ट आयोजित किए जाएंगे और दोनों टेस्ट के बीच बच्चों के स्तर में सुधार का आंकलन किया जाएगा।  कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए विषयवार अलग-अलग क्रियान्वयन संदर्शिकाएं व अभ्यास पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई गयी है।
डाइट प्राचार्य व शिक्षा मिशन के अधिकारियों ने प्रशिक्षण का किया निरीक्षण
प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस 30 अगस्त को प्रथम सत्र में डाइट प्राचार्य श्रीमती सविता राजपूत व डाइट के अकादमिक सदस्य कुमारी उमा यादव ने पहुंचकर प्रशिक्षणार्थियों से बातचीत की, द्वितीय सत्र में राजीव गांधी शिक्षा मिशन के डी.पी.सी. श्री मनी लाल ब्राम्हणी, पूर्व डीपीसी श्री संतोष कुमार कश्यप व एपीसी श्री हरिराम जायसवाल ने प्रशिक्षण का अवलोकन कर बातचीत की। उन्होंने प्रशिक्षण के गतिविधियों की सराहना की।

   विज्ञान विषय में समूह गतिविधि रहा प्रशिक्षण का मुख्य केन्द्र बिंदु
सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं में समूह में विभाजित कर विज्ञान की गतिविधियां करायी गयी समूह क्रमांक 1 वराहमिहिर समूह में समूह के सदस्यों श्री देवसिंह दिग्रस्कर, श्री सुनील कुमार श्रीवास, श्री महेन्द्र कुमार मिरी, श्री लक्ष्मी प्रसाद पटेल, श्री डलेश्वर प्रसाद मांझी ने कोशिका पाठ पर अपनी प्रस्तुति दी  समूह क्रमांक 2 ब्रम्हगुप्त समूह में समूह के सदस्यों श्री देवेन्द्र कुमार साहू, श्री टीकाराम कैवर्त, जनाब सलीम खान, श्री देवदत्त धीवर, श्री चंद्रशेखर देवांगन व श्री रामस्वरूप राठौर ने धातु व अधातु पाठ पर प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 3 आर.सी. बोस समूह में समूह के सदस्यों श्री श्याम सुंदर साहू, श्री टी.एल. साहू, श्री एस.के. महर्षि, श्री उमेश कुमार पाण्डेय, श्री रामप्रसाद राठौर, श्री दरश राम देवांगन व श्री दिलीप कुमार देवांगन ने मापन नामक पाठ पर प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 4 जे.सी. बसु समूह में समूह के सदस्यों श्री बलीराम देवांगन, श्री दिलीप कुमार यादव, श्री मेघलाल कुर्रे, श्री भारवि दिव्य, श्री नरोत्तम लाल कुर्रे व ताराचंद देवांगन ने गति के प्रकार पर अपनी प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 5 में समूह के सदस्यों श्रीमती अनिता धु्रवे, श्रीमती किरणलता शर्मा, श्री ललित नारायण सिंह व श्री रविकांत साव ने बल पाठ पर अपनी प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 6  में समूह के सदस्यों श्रीमती ज्ञानेश्वरी भैना, श्रीमती कृष्णा राठौर, श्रीमती मीनाक्षी केशरवानी, श्रीमती धरमिन गढ़वाल, श्रीमती रितु कश्यप व श्रीमती प्रभा कुजुर ने पुष्प के भाग पर अपनी प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 7 सी.व्ही. रमन ग्रुप में समूह के सदस्यों श्रीमती मनीषा साहू, श्रीमती ज्योति खरे, श्रीमती आभा पूनम तिर्की, श्रीमती संतोषी साहू श्रीमती सविता यादव, श्रीमती पुष्पा वैष्णव, श्रीमती सरिता पाल व श्रीमती चंद्रकिरण सोनी ने दाब पाठ पर प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 8 में समूह के सदस्यों श्रीमती मीनाक्षी चतुर्वेदी, श्री जे.के. तिवारी, श्रीमती सुनीता पैगवार, चित्रांगिनी कुर्रे, श्री कोमल चंद्रा, सुषमा सिंह गौतम व श्रीमती रोशनी पाण्डेय ने भोजन के पोषक तत्व पर अपनी प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 9 आर्यभट्ट में समूह के सदस्यों श्रीमती शिवांगी सिंह, कुमारी कल्पना सर्वे, श्रीमती चंद्रप्रभा साहू, कुमारी सुनीता तिवारी, श्रीमती एम. कटकवार व श्रीमती सुशीला बघेल ने ध्वनि पर अपनी प्रस्तुति दी। समूह क्रमांक 10 टी.आर.शेषाद्री समूह में समूह के सदस्यों श्री संतोष कुमार सर्वे, श्री नरेश चंद्र सिंह, श्रीमती सविता रत्नाकर, श्रीमती किरण शुक्ला, श्रीमती सरिता साहू ने कार्य तथा ऊर्जा पाठ पर अपनी प्रस्तुति दी। प्रस्तुति उपरांत प्रस्तुति की समीक्षा व बातचीत के माध्यम से अवधारणा स्पष्ट हुई।





















          प्रशिक्षण में सभी कर्मचारियों का रहा सराहनीय योगदान
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भोजन व चाय की व्यवस्था की गयी थी। प्रशिक्षण हाल में प्रशिक्षणार्थियों को कापी, पेन व गतिविधि के लिए स्टेशनरी सामग्री उपलब्ध करायी गयी थी। भोजन व प्रशिक्षण कक्ष की आवश्यक व्यवस्था बनाने में सीएसी सिउड़ मुबारक खान, संकुल प्रभारी नवागढ़ श्री गिरधर निराला, श्री लोमेश श्रीवास, श्री रामकृष्ण कटकवार, श्री दीपक थवाईत व श्री रविकांत साव सहित सभी विभागीय कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा।






प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्ता लाने ”प्रयास” पायलट प्रोजेक्ट योजना की हुई शुरूआत

  


जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट जांजगीर में 23 अगस्त 2019 को प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत प्रयास नामक शैक्षणिक कार्यक्रम शुरूआत किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर-चांपा, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट जांजगीर-चांपा तथा राजीव गांधी शिक्षा मिशन के संयुक्त तत्वाधान में इस योजना के तहत काम किया जायेगा। इसके तहत जांजगीर के अंतर्गत जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ एवं बलौदा विकासखंड के 20 20 प्राथमिक विद्यालयों का चयन किया गया है। कार्यक्रम के समन्वयक जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर के सहायक प्राध्यापक श्री उमेश कुमार रस्तोगी बनाए गए हैं इसका मुख्य उद्देश्य इन चुने हुए विद्यालयों को सहायता प्रदान करते हुए उनके विद्यालयों में शिक्षा के गुणवत्ता का सर्वोत्तम विकास करना है। एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी श्री के.एस. तोमर उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाइट जांजगीर की प्राचार्या श्रीमती सविता राजपूत ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में राजीव गांधी शिक्षा मिशन जांजगीर के जिला समन्वयक श्री संतोष कश्यप, नवीन शासकीय महाविद्यालय नवागढ़ जांजगीर के प्राचार्य प्रोफेसर श्री बी.के. पटेल जी सहित विकासखंड बलौदा के सहायक विकास खंड अधिकारी तथा विकासखंड नवागढ़ के सहायक विकास खंड अधिकारी श्री राजीव नयन शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के नवागढ़ ब्लाक समन्वयक मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा पुरस्कृत राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक राजेश सूर्यवंशी ने प्रयास योजना पर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिये प्रकाश डाला। जिला शिक्षा अधिकारी श्री तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक यदि पूरे परिश्रम के साथ काम करते हैं तो उनके विद्यालयों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी उन्होंने कहा कि जो शिक्षक पूरे मनोयोग से काम करता है तथा विद्यार्थियों के हित में परिश्रम करता है तो वह जीवन में अवश्य प्रगति करता है। विद्यालय में शिक्षा बाल के विद्यालय में बाल केन्द्रित होना चाहिए। तथा विद्यालय के विद्यार्थियों को ही लक्ष्य में रखकर हर संभव कार्य किया जाना चाहिए। यदि किसी संस्था के विद्यार्थियों के परिणाम सकारात्मक और अच्छे रहते हंै तो उसका श्रेय अभिभावक ही निश्चित रूप से शिक्षक को ही देते हैं। इस अवसर पर राजीव गांधी मिशन के जिला समन्वयक श्री संतोष कश्यप ने कहा कि प्रयास कार्यक्रम के लिए चयनित विद्यालयों के शिक्षकों को राजीव गांधी मिशन की ओर से भी हर संभव अकाश्मिक सहायता दी जाएगी तथा उनके समस्याओं के निवारण में वित्तीय आवंटन में प्राथमिकता दी जाएगी। नवागढ़ के सहायक विकासखण्ड शिक्षाधिकारी श्री राजीव नयन शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी का मन मस्तिष्क मिट्टी के एक कच्चे लोंदे के समान होता है। उसको शिक्षा रूपी शिल्पकार जैसा आकार देना चाहे दे सकता है। जैसा आप विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करेंगे, जैसा उन्हें पढ़ायेंगे, वैसा ही आपके विद्यार्थी उपलब्धि हासिल करेंगे। नवीन शासकीय महाविद्यालय नवागढ़ के प्राचार्य प्रो.भूपेन्द्र कुमार पटेल ने कहा कि जांजगीर-चांपा जिला में प्रारंभ किया गया। प्रयास कार्यक्रम। एक सेल्फ इंस्पायर्ड योजना है। इसके लिए किसी प्रकार की वित्तीय बजट का प्रावधान नहीं है। इसे सफल बनाने के लिए सभी वर्गों का सहयोग चाहिए। इसमें एक बात सबसे महत्वपूर्ण है कि इसमें आटोनामि की बात कहीं गई है और निश्चित रूप से जहां पर स्वयास्तता की बात आती है वहां पर आकाउंटेबिलिटी या जिम्मेदारी की बात स्वयमेव आ जाती है। अतः हम जिस भी संस्था में काम करते है वहां पर पारदर्शिता होनी चाहिए। प्रयास कार्यक्रम एक प्रकार से ब्रेन स्कार्मिंग का कार्यक्रम है। जहां पर शिक्षकों में जागरूकता एवं स्वअनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है। विद्यालय स्तर पर शाला प्रबंध समिति की अमिट बैठक होना चाहिए। इसके लिए संस्था प्रधान का जनप्रतिनिधियों तथा अभिभावको से नियमित समन्वय एवं संप्रेषण होना चाहिए। शिक्षक समाज के लिए रोल माडल होता है। अतः शिक्षकों का व्यवहार समाज में अनुकरणीय होना चाहिए। शिक्षा सेवा का कार्य है अतरू शिक्षकों को अपनी तुलना किसी अन्य विभाग के अधिकारियों या कर्मचारियों से नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन प्रयास कार्यक्रम के कोआर्डिनेटर उमेश कुमार रस्तोगी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डाइट की प्राचार्य ने कहा कि प्रयास कार्यक्रम में जो भी अकादमिक सहयोग की आवश्यकता होगी उसे डाईट के द्वारा दिया जावेगा। इस अवसर पर प्रतिभागी शिक्षकों की ओर से श्री राजकुमार द्विवेदी, श्री रामस्वरूप साहू, श्रीमती भावना, श्रीमती विद्या, श्री जवाहर बरेठ तथा अन्य शिक्षकों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जिला शिक्षाधिकारी की ओर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत शिक्षक श्री राजेश सूर्यवंशी को भी बधाई देते हुए उनके कार्यों तथा उपलब्धियों की सराहना करते हुए उसे जिले भर के शिक्षकों के लिए प्रेरणादायी बताया। नवागढ़ शास. महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.पटेल ने कहा कि नवाचारी शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी जांजगीर-चांपा जिले के लिए अनुकरणीय एवं एक मिशाल के तौर पर अच्छे शिक्षक हंै। ज्ञानदीप विद्यालय के डायरेक्टर डा. अखिलेश कटकवार ने अपने विद्यालय के सर्वोत्तम परंपराओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यदि आप अपनी संस्था में पढ़ाई का स्तर अच्छा एवं नियमित रखेंगे तो विद्यालय में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के समन्वयक श्री उमेश कुमार रस्तोगी ने करते हुए कहा कि प्रयास प्रोग्राम के आगामी कार्यशाला में जांजगीर-चांपा के जिलाधीश श्री जनक प्रसाद पाठक तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल को भी आमंत्रित किया जावेगा।


















डिजिटल स्कूल में दीक्षांत समारोह के साथ परीक्षाफल की घोषणा, बच्चों को बांटे गये अंकसूची...

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