The Digital Teacher : June 2019

निखार से निखरेंगे नवागढ़ ब्लाक के 147 सरकारी स्कूल के विद्यार्थी, शिक्षक प्रशिक्षण हुआ संपन्न..












त्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा आठवी एवं कक्षा नौवीं के विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को कक्षानुरूप लाने के लिए इस सत्र निखार कार्यक्रम लागू किया गया है। समग्र शिक्षा और ट्रांसफार्म ईनिसेटिव की मदद से निखार कार्यक्रम जांजगीर-चांपा जिले में लागू की गयी है। बीईओ नवागढ़ श्री आर.एल. जायसवाल, बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर, एबीईओ श्री राजीव नयन शर्मा, श्री संजय देवांगन व श्री दिनेश राठौर के मार्गदर्शन में मास्टर ट्रेनर्स विज्ञान विषय में श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी, श्री चक्रपाल तिवारी, श्री शरद राठौर, श्री मनिन्द्र पाण्डेय, गणित विषय में श्री सत्यप्रकाश तिवारी, श्री ललित मोहन जायसवाल़, श्री शिवशंकर धीवर, श्री ईश्वर प्रसाद प्रधान, श्री रामकुमार चंद्रा



, श्री महेन्द्र कुर्रे, हिंदी विषय में श्रीमती जयंती दुबे, श्री ललित नारायण उपाध्याय, श्री अनुराग तिवारी, श्री तुलाराम कश्यप, श्री जीआर कर्ष, श्री खुशराम खुंटे, अंग्रेजी विषय में श्री अश्वनी राठौर, श्री रूपेश राठौर व श्रीमती गीता लहरे के द्वारा नवागढ़ ब्लाक के सभी 18 संकुल केन्द्रों अमोदा, अवरीद, धनेली, धुरकोट, गौशाला नैला, गोधना, कटौद, किरीत, खोखरा, केरा, मिसदा, नवागढ़, सदर जांजगीर, सलखन, सेमरा, शिवरीनारायण, सिउड़ व सिवनी संकुल अंतर्गत कुल 147 सरकारी विद्यालय जिसमें मिडिल, हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल शामिल है, के करीब 500 शिक्षक-शिक्षिकाओं को 27 से 29 जून 2019 तक प्रातः 10 से शाम 5 बजे तक गहन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के माध्यम से गणित, विज्ञान, हिन्दी व अंग्रेजी जैसे विषयों को रोचक ढंग से पढ़ाने के गुर सिखाए गये।



गौरतलब हो कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की दक्षता को निखारने के लिए निखार कार्यक्रम इस सत्र में लागू किया गया है इसके लिए 69 दिवस या 200 घंटे का समय तय किया गया है। छ.ग. राज्य के केवल 10 जिलों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया गया है जिसमें जांजगीर-चांपा जिला भी शामिल है। प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए बीईओ श्री राधेलाल जायसवाल ने कहा कि निखार कार्यक्रम के उद्देश्य को अंतिम हर बच्चे तक पहुंचाना है और बच्चों के सर्वागीण विकास में योगदान देना है। बीआरसीसी श्रीमती रिषीकांता राठौर ने कहा कि कक्षा 8 वीं व 9 वीं के बच्चों के लिए यह कार्यक्रम लागू किया जा रहा है अतः इसके विभिन्न चरणों को बारीकि से समझकर इसे अपने अपने विद्यालयों में कार्ययोजना व निर्धारित समयानुसार पूरा करना है। एबीईओ श्री राजीव नयन शर्मा ने प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से बताते हुए कहा कि बेसलाईन सर्वे के लिए 5 दिन, फाउंडेशन कैम्प 18 दिन, सहयोगात्मक शिक्षण 45 दिन, समापन कैम्प छह दिन व अंतिम मूल्यांकन के लिए 10 दिन समय रखा गया है। प्रशिक्षण से संबंधित संदर्शिका, डायरी पेन सभी शिक्षकों को उपलब्ध कराया गया है, प्रशिक्षण में भोजन व चाय की बेहतर ढंग से व्यवस्था सीएसी जनाब मुबारक खान, श्री गिरधर निराला व श्री लोमेश श्रीवास के नेतृत्व में की गयी थी। वरिष्ठ मास्टर ट्रेनर श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि निखार कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित कक्षाओं में 69 दिनों के भीतर 200 घंटे की कक्षाएं आयोजित की जाएगी। इसमें 18 दिन का फाउंडेशन पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। फाउंडेशन पाठ्यर्क्रम के अंतर्गत प्रतिदिन एक-एक घंटे हिन्दी, अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान की कक्षाएं लगेंगी। 72 घंटो के अध्यापन मे बेहतर स्तर के बच्चे अपने से कम स्तर से बच्चों के साथ मिलकर सभी बच्चों की मूलभूत दक्षताओं में सुधार करेंगे। इसके बाद 45 दिनों का सहयोगात्मक अधिगम होगा, जिसमें प्रतिदिन 45-45 मिनट की अंग्रेजी, गणित और विज्ञान की कक्षाएं होगी। करीब 100 घंटे की पढ़ाई मे विषयों में महत्वपूर्ण लनिर्ग आउटकम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अंतिम चरण में अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान विषयों के लिए छह दिनों का समापन कैम्प लगेगा और अंत मे बच्चां की योग्यता का आंकलन करने के लिए एंड लाइन टेस्ट से सुधार की स्थिति ली जाएगी। राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार लाने और छात्र-छात्राओं की मानसिक स्थिति को समझते हुए उस कक्षा के अनुरूप ढालने के लिए निखार योजना बनाई है।
                                     



इंस्पायर अवार्ड पंजीयन के लिए शिक्षकों को मिला मार्गदर्शन

प्रशिक्षण के दौरान विज्ञान के शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर राजेश कुमार सूर्यवंशी ने प्रोजेक्टर पर इंस्पायर अवार्ड योजना की पूरी जानकारी बताते हुए बच्चों का पंजीयन कराने की अपील की गयी। एम.टी. श्री सूर्यवंशी ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के इंस्पायर अवार्ड मानक 2019-20 के लिए आनलाइन नामिनेशन प्रारंभ हो गया है। नामिनेशन की अंतिम तारीख 30 जुलाई है जिसमें सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 वीं से 10 वीं तक में पढ़ने वाले मेधावी विद्यार्थियों जिनकी आयु 10 से 15 वर्ष के बीच है, उनके आइडिया या सुझाव का पंजीयन किया जाना है। पंजीयन के साथ माडल का आइडिया भी बताना होगा। विद्यार्थियों को अपना पूरा नाम, पता, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर और आइएफसी कोड का भी उल्लेख करना होगा। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को क्यू.आर. कोड के उपयोगिता के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए उस पर प्रायोगिक कार्य कराया गया। योजना को सफल बनाने एक वाट्सएप ग्रुप का निर्माण भी किया गया है।

                                     


                                                          यह रही तीन दिवसीय प्रशिक्षण की मुख्य बातें

तीन दिवसीय प्रशिक्षण में निखार माडल के क्रियान्वयन की समय सारिणी की समझ, विद्यार्थियों के अधिगम स्तर के आंकलन की समझ, शिक्षण योजना बनाने तथा शिक्षक मार्गदर्शिका तथा विद्यार्थियों की अभ्यास पुस्तिका पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस 27 जून गुरूवार को प्रतिभागियों का पंजीकरण व परिचय सत्र, कार्यक्रम के उद्देश्य, लक्ष्य व विभिन्न चरण, कक्षा 8 वीं व 9 वीं की दक्षताओं का फ्रेमवर्क, गुणवत्ता मानक, मानिटरिंग व आंकलन, प्रभावी शिक्षण व सीखने के माहौल पर विस्तार पूर्वक चर्चा व प्रस्तुतीकरण की गयी। द्वितीय दिवस 28 जून शुक्रवार को निखार कार्यक्रम के क्रियान्वयन में शिक्षक की भूमिका, फीडबैक प्रस्तुती, निखार अधिगम संसाधनों पर चर्चा, फाउण्डेशन कैम्प शिक्षण योजना तथा पाठ योजना पर समूह में प्रस्तुतीकरण किया गया तो वही तृतीय व अंतिम दिवस 29 जून शनिवार को प्रभावी शिक्षण व सीखने के माहौल पर पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण दी गयी। अंतिम दिवस सभी शिक्षकों से इस योजना को सफल बनाने के लिए मोटिवेट किया गया और फोटो सेशन के साथ देर शाम को प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया।
                             



                                          प्रशिक्षण को सफल बनाने में इनका रहा सराहनीय योगदान
बहुत व्यापक व बड़े स्तर पर एक साथ चार विषयों में आठ कक्षों में संपन्न हुए प्रशिक्षण में व्यवस्था बनाने संकुल केन्द्र सिउड से जनाब मुबारक खान, अमोदा से श्री अनिल पाण्डेय, अवरीद से श्री दिनेश शुक्ला, धनेली से श्री पुरूषोत्तम साहू, धुरकोट से श्री जीआर कर्ष, गौशाला नैला से श्री अनिल शर्मा, गोधना से श्री रामकिशोर साहू, कटौद श्री सुरित राम कश्यप, किरीत श्री रविकांत साव, खोखरा से श्री टीकम थवाईत, केरा श्री गुरूबचन सिंह जाटवर, मिसदा श्री लोमेश श्रीवास, नवागढ़ श्री गिरधर निराला, सदर जांजगीर से श्री विनोद पाण्डेय, सलखन श्री उत्तरा कुमार आजाद, सेमरा से श्री बलराम जलतारे, शिवरीनारायण श्री लक्ष्मीनारायण देवांगन, सिउड से जनाब मुबारक खान व सिवनी संकुल से श्री हरनारायण कुर्रे, श्री रामकृष्ण कटकवार, इकबाल खान, श्री भूपेश सिंह, श्री योगेश चौहान, सहित बीईओ व बीआरसीसी कार्यालय के समस्त स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा। 







 प्रशिक्षण सत्र के कुछ लम्हों को कैमरे में कैद करने का प्रयास किया गया है जो मुझे इमोशनली टच करते है और बेहतर करने के लिए ऐसे सारे छायाचित्रों को अपने ब्लाग में लेने का प्रयास किया हूं आपको पोस्ट कैसा लगा मुझे कमेंट करके जरूर बताये ताकि मैं और भी बेहतर लिखने के लिए प्रेरित हो सकू ..

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