The Digital Teacher : March 2021

नवाचारी शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने अपने स्कूली गाँव के गलियों को प्रिंट-रिच में किया तब्दील ....

 
राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा, छत्तीसगढ़ द्वारा राज्य भर के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, समस्त डाईट, जिला मिशन समन्वयकों व प्राचार्यों को जारी कर गाँवों को प्रिंट-रिच गाँव/वार्ड के रूप में तैयार किए जाने के निर्देश दिए है। इधर जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के संकुल केन्द्र अमोदा अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा अमोदा के शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बच्चों व समुदाय के लोगों के साथ मिलकर गांव के स्कूल मोहल्ला वार्ड को पूरी तरह से प्रिंट रिच में तब्दील कर दिया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रस्तावित फाउण्डेशन लिटरेसी एण्ड न्यूमेरेसी (एफ.एल.एन.) एवं माह फरवरी 2021 के चर्चा पत्र से जानकारी हासिल कर यह कार्य किया गया है। 
पत्र में कहा गया है कि जिले के सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्तर की शालाओं के लिए मीडिया मद में पूर्व में प्रथम किश्त के रूप में रुपए 750 रूपये प्रति शाला के मान से बजट उपलब्ध करवाया गया था। इसी मद में द्वितीय किश्त के रूप में रुपाए 750 रूपये प्रति शाला के मान से बजट उपलब्ध कराया जा रहा है। शिक्षकों को इस मद से निम्नलिखित कार्य सामुदायिक सहयोग लेते हुए करवाना होगा-
1. बच्चों एवं समुदाय में साक्षरता कक्षाओं में सीख रहे वयस्कों को अपने आसपास प्रिंट-रिच वातावरण उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से प्रिंट-रिच गाँव/वार्ड।
2. प्रिंट-रिच गाँव/वार्ड के माध्यम से मूलभूत भाषाई एवं गणितीय कौशलों को हासिल करने की दिशा में सक्रिय होकर कार्य करना । 
3. माह फरवरी 2021 के चर्चा पत्र में उल्लेखित बिन्दुओं को कार्यान्वित करने के उद्देश्य से विभिन्न स्तरों पर पीएलसी को चित्रांकन हेतु नमूना या ब्लू-प्रिंट तैयार कर शालाओं को उपलब्ध करवाए जाने एवं सोशियल मीडिया के माध्यम से सुझाव देना। 
4. इस प्रकार से माह मार्च के अंतिम सप्ताह तक जिले के सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शालाओं से संबंधित ग्रामों/वार्डों को प्रिंट-रिच गाँव/वार्ड के रूप में तैयार करना और अपने शाला संकुल प्राचार्य से इस बाबत सर्टिफिकेट लेना कि उनके अधीनस्थ सभी शालाओं में प्रिंट-रिच गाँव/वार्ड बनकर तैयार कर लिया गया है।
5. इन प्रिंट-रिच गाँव/वार्ड के माध्यम से बच्चों एवं बड़े-बुजुर्गों को नियमित रूप से भाषा एवं गणित से संबंधित विभिन्न कार्यों को पूरा करने में सहयोग करना।
उपरोक्त कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ संपन्न करते हुए प्रत्येक शाला अपने यहाँ तैयार प्रिंट रिच गाँव/वार्ड के बारे में एक ई-बुक तैयार कर उसे सभी के साथ सोशियल मीडिया के माध्यम से साझा करेंगे। इनका उपयोग करते हुए आगे शीघ्रताशीघ अपने गाँव के सभी बच्चों एवं बड़े-बुजुर्गों को फाउण्डेशन लिटरेसी एण्ड न्यूमेरेसी हासिल करने में सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। इस कार्य हेतु बेसिक जानकारी के लिए माह फरवरी 2021 का चर्चा पत्र सी.जी.स्कूल डाट इन वेबसाईट से डाउनलोड करें एवं उसके आधार पर अपने अपने क्षेत्र के लिए ब्लू-प्रिंट तैयार कर शालाओं को साझा करने कहा गया है।














 

प्रौढ़ शिक्षा पढ़ना-लिखना अभियान हेतु नवागढ़ ब्लाक के स्वयंसेवकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न..


जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण जांजगीर-चांपा के मार्गदर्शन में विकासखण्ड साक्षरता मिशन नवागढ़ द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान के तहत स्वयंसेवी शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण 15 से 16 मार्च तक संपन्न हुआ। जिला साक्षरता अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी रा.गा.शि.मि. श्री ब्राम्हणी जी, डाईट प्राचार्य श्रीमती सविता राजपूत व बीईओ श्री विजय कुमार लहरे ने प्रशिक्षण का डाईट भवन में शुभारंभ किया। अतिथियों ने अपने संबोधन में इस प्रदेश व्यापी महाअभियान में निस्वार्थ भावना से जुड़ने व स्वयंसेवी शिक्षकों की सक्रियता की सराहना की। प्राधिकरण के जिला नोडल अधिकारी श्री संतोष कुमार कश्यप ने पढ़ना-लिखना अभियान के क्रियान्वयन पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि अभियान में 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को साक्षर कर शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा। असाक्षरों को स्वयंसेवी शिक्षक 120 घंटे की पढ़ाई आखर झांपी प्रवेशिका से कराएंगे। डाईट प्राचार्य श्रीमती सविता राजपूत ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक विशेष कार्यक्रम है जिसमें कंप्यूटर की बुनियादी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, श्रेष्ठ पालकत्व, जीवन मूल्य, आत्मरक्षा इत्यादि का ज्ञान कराया जा रहा है। अभियान के ब्लाक नोडल अधिकारी श्री राजीव नयन शर्मा ने पढ़ना लिखना अभियान का परिचय देते हुए बताया कि नवागढ़ ब्लाक से कुल 2925 असाक्षरों का सर्वे के माध्यम से चिन्हांकन किया गया है जिन्हे साक्षर बनाने के लिए 312 स्वयंसेवक शिक्षकों का चिन्हांकन कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए मैचिंग बैचिंग अर्थात कौन किसको कहां पढ़ाएगा, का चिन्हांकन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। श्री शर्मा ने स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण में साक्षरता के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, पोषण साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, चुनावी साक्षरता व शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से भी अवगत कराया। कुशल प्रशिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने दो दिवसीय प्रशिक्षण मंे वातावरण निर्माण, स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, डिजिटल माध्यमों का उपयोग, नवाचारी गतिविधियां, कक्षा संचालन कैसे करें, साक्षरता केंद्र का रखरखाव, प्रौढ़ों को समझना, सिखने की अवधारणा व शिक्षण पद्धति, प्रवेशिका का परिचय, पठन पाठन गतिविधियां, आंतरिक मूल्यांकन एवं परीक्षा प्रक्रिया आदि विषयों पर गहन प्रशिक्षण दिया। पढ़ना-लिखना अभियान के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए आखर झापी किताब के सभी पाठ के विडियों को प्रोजेक्टर प्रदर्शित किया गया। कुशल प्रशिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि 120 घंटे की पढ़ाई के बाद एनआईओ द्वारा बुनियादी साक्षरता का मूल्यांकन किया जाएगा। इस पूरे अभियान में लचीलापन व नवाचारी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण को सफल बनाने में प्रशिक्षकगण श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी, श्री सरकार सिंह लहरे, श्री असीमधर दीवान व श्री मनोज पटेल, श्री सुनील पटेल, कुमारी प्रतिभा रत्नाकर आदि का सराहनीय योगदान रहा। दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थियों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया तथा पूरे सत्र का पंजीयन फार्म, फीडबैक फार्म भराया गया जिसके आधार पर सभी को प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा। 


































डिजिटल स्कूल में दीक्षांत समारोह के साथ परीक्षाफल की घोषणा, बच्चों को बांटे गये अंकसूची...

नवागढ़ ब्लाक के शास.पूर्व माध्य.शाला नवापारा (अमोदा) में शिक्षा सत्र के अंतिम दिवस आज 29 अप्रैल शनिवार को प्रगति पत्रक वितरण सह दीक्षांत समार...