The Digital Teacher : पढ़ना लिखना अभियान को सफल बनाने नवागढ़ ब्लाक के स्वयंसेवकों को दिया गया प्रशिक्षण ...

पढ़ना लिखना अभियान को सफल बनाने नवागढ़ ब्लाक के स्वयंसेवकों को दिया गया प्रशिक्षण ...

 

आज दिनांक 6 जनवरी 2022 गुरूवार को जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लाक स्तरीय स्वयंसेवकों का उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला का एक दिवसीय आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट जांजगीर के सभाकक्ष में किया गया। उन्मुखीकरण सत्र की शुरुआत राज्य गीत अरपा पैरी के धार से प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता मिशन समिति श्री संतोष कुमार कश्यप, विकासखण्ड परियोजना अधिकारी श्री राजीव नयन शर्मा, प्राचार्य डाइट श्रीमती सविता राजपूत, सहा. प्राध्यापक श्री यू.के. रस्तोगी आदि ने उपस्थित होकर स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। ब्लाक परियोजना अधिकारी श्री शर्मा ने स्वयंसेवकों का हौसला आफजाई करते हुए बताया कि पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत नवागढ़ ब्लाक में गत 30 सितंबर 2021 को परीक्षा से वंचित शेष असाक्षरों को मार्च तक साक्षर करने व परीक्षा महाअभियान में बैठाने की योजना है जिसमें आप सभी की महती भूमिका रहेगी। जिला परियोजना अधिकारी श्री संतोष कुमार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि इस नेक कार्य के लिए आप सभी स्वयं सेवक शिक्षकों का चयन किया गया है और आप लोगों के द्वारा मोहल्ला कक्षा का संचालन कोविड 19 के गाइड लाइन का पालन करते हुए किया जाना है। विभाग के कुशल मास्टर ट्रेनर्स श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी (शिक्षक, शास.पूर्व माध्य. शाला नवापारा अमोदा), श्रीमती गीता लहरे (शिक्षक, शास.पूर्व माध्य. शाला पीथमपुर), श्रीमती आशा कुर्रे (शिक्षक, शास.पूर्व माध्य. शाला पेण्ड्री), श्री सरकार सिंह लहरे (शिक्षक, शास.पूर्व माध्य. शाला टूरी), श्री धनंजय राठौर (शिक्षक, शास.पूर्व माध्य. शाला पुटपुरा), श्री ललित मोहन जायसवाल (शिक्षक, शास.पूर्व माध्य. शाला खोखसा) तथा श्रीमती सुधा शर्मा (शिक्षक, शास. कन्या पूर्व माध्य. शाला जांजगीर) के द्वारा प्रशिक्षण में प्रतिभागी शिक्षार्थियों को कक्षा तक लाना और पढ़ना, लिखना, अंक ज्ञान कैसे किया जाए, प्रौढ़ शिक्षा अभियान योजना, कक्षा संचालन, प्रवेशिका का परिचय, टीचिंग टेक्निक्स, सतत विकास लक्ष्य, नवा जतन इत्यादि  के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में नवागढ़ ब्लाक के ग्राम धुरकोट, जगमहंत, पेण्ड्री, सुकली, हरदी, बनारी, अकलतरी, मरकाडीह, तेंदूभाठा, पाली, सरखों, सिवनी, बोड़सरा, अमोदा, अमोरा, गौद, कन्हाईबंद, केवा, भादा, पीथमपुर, भैसदा, करमंदी, हाथीटिकरा, मौहाडीह, खोखसा व खोखरा सहित नैला-जांजगीर नगर पालिका अंतर्गत वार्ड क्रमांक 1 से 15 तथा वार्ड क्रमांक 20, 21, 24 तथा 25 के स्वयंसेवक शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यशाला को सफल बनाने में विभाग के कर्मचारी श्री सुनील कुमार पटेल, कुमारी प्रतिभा रत्नाकर, श्रीमती गणेशी बाई यादव सभी शैक्षिक समन्वयकगण आदि का सराहनीय योगदान रहा।
इस संबंध में वरिष्ठ मास्टर ट्रेनर श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि इसके पूर्व गत 29 दिसंबर को मास्टर ट्रेनर्स का जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें सक्ती, अकलतरा, नवागढ़ व जैजैपुर ब्लाक के सभी मास्टर ट्रेनर्स ने हिस्सा लिया जहां एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर से प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे मास्टर ट्रेनर्स श्री भुनेश्वर जासवाल जी एवं श्रीमती मीरा देवांगन जी द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया तो वही 5 जनवरी 2022 बुधवार को नवागढ़ ब्लाक के सभी मास्टर ट्रेनर्स 6 जनवरी के प्रशिक्षण को सफल बनाने हेतु श्री राजीव नयन शर्मा के नेतृत्व में आपस में बैठकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार किये थे। राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक श्री राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि पढ़ना-लिखना अभियान के अंतर्गत 15 वर्ष आयु वर्ग से अधिक उम्र के निरक्षरों को साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। इस योजना में पढ़ना-लिखना और गणितीय कौशल में वृद्धि कर साक्षरता कौशल अर्जित करने के लिए 120 घंटे की पढ़ाई करायी जानी है। पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षक स्कूल कालेज के बच्चे एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड, नेहरू युवा केन्द्र के स्वयं सेवक, सेवानिवृत्त व्यक्ति शिक्षक, शिक्षिकाओं एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के व्यक्तियों का पढ़ाई के इस कार्य में सहयोग लिया जा रहा है। साक्षरता केंद्र किसी भी स्कूल भवन पंचायत एवं सार्वजनिक भवन में लगाए जा सकते हैं। यह केंद्र किसी के घर में भी लग सकता है, इसके लिए कोई बंधन नहीं है। इसके लिए कोई समय भी निश्चित नहीं है अर्थात शिक्षार्थियों की सुविधा अनुसार यह किसी भी समय और कभी भी लगाया जा सकता है। पठन-पाठन सामग्री की व्यवस्था जिला साक्षरता मिशन समिति द्वारा की गयी है। इस महत्वाकांक्षी योजना में उन लोगों को शामिल किया जाता है, जो साक्षर नहीं हैं, जो कभी स्कूल नहीं गए हैं, जिन्होंने पढ़ाई-लिखाई नहीं की है, सरकार ऐसे लोगों को शिक्षित करने का प्रयास कर रही है। कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 साल और इससे अधिक आयु के निरक्षर वयस्कों को साक्षर बनाना है। इस हेतु पूर्व में असाक्षरों व स्वयंसेवी शिक्षकों को चिन्हित अर्थात सर्वे का कार्य भी किया जा चुका है। वही सभी स्वयं सेवी शिक्षकों को 120 घंटा पढ़ाने हेतु बुनियादी प्रवेशिका आखर झांपी प्रदान की गयी है। 


नवभारत समाचार पत्र में प्रकाशित प्रशिक्षण की खबर ...



लोकमाया समाचार पत्र में प्रकाशित प्रशिक्षण की खबर ...




















































































































































No comments:

Post a Comment

डिजिटल स्कूल में दीक्षांत समारोह के साथ परीक्षाफल की घोषणा, बच्चों को बांटे गये अंकसूची...

नवागढ़ ब्लाक के शास.पूर्व माध्य.शाला नवापारा (अमोदा) में शिक्षा सत्र के अंतिम दिवस आज 29 अप्रैल शनिवार को प्रगति पत्रक वितरण सह दीक्षांत समार...