माता उन्मुखीकरण व शिक्षिकाओं का संभाग स्तरीय कार्यशाला जांजगीर में संपन्न ...
राजीव गांधी शिक्षा मिशन जिला कार्यालय के नेतृत्व में डाईट जांजगीर में आज 12 फरवरी शुक्रवार को स्कूल रेडिनेश प्रोग्राम के तहत संभाग स्तरीय माता उन्मुखीकरण कार्यशाला व महिला शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अंगना म शिक्षा एक नई पहल के तहत आहूत इस कार्यशाला का उद्देश्य कक्षा पहली व दूसरी में जाने वाले बच्चों के पालकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम हेतु महिला शिक्षिकाओं को तैयार करना तथा घर पर रहकर बच्चों को बेहतर शिक्षा देने हेतु माताओं को जागरूक करना रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी श्री के.एस.तोमर, डीएमसी श्री ब्राम्हणी, उप प्राचार्य डाइट श्री एल.के.पाण्डेय, साक्षरता मिशन जिला प्रमुख श्री संतोष कश्यप, एपीसी श्री हरिराम जायसवाल ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर किया। अतिथियों का स्वागत सत्कार के बाद कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीईओ श्री तोमर ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद छोटे बच्चों में दक्षता लाने यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें बच्चों के पालकों को सीखने सिखाने के लिए तैयार किया जायेगा। कार्यक्रम को डीएमसी श्री ब्राम्हणी सहित अतिथियों ने संबोधित कर कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के संयोजक एपीसी श्री हरिराम जायसवाल ने बताया कि इसके तहत छोटे बच्चों के माताओं को विशेषकर तैयार किया जायेगा जो घर में शिक्षिका की भूमिका में सीखाने का कार्य करेंगी। कार्यशाला में प्रथम संस्था से पहुंचे प्रशिक्षकों सीमा मिश्रा, सावित्री सेन, श्री साहू व श्री वैष्णव की टीम ने बच्चों के स्तर के सरल गतिविधि आधारित प्रशिक्षण चलाकर स्कूल रेडिनेश प्रोग्राम के महत्व को बताया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने किया। इस अवसर पर श्री योगेश चौहान, श्री कन्हैया साहू, श्री विष्णु कश्यप, श्री प्रवीण कहरा सहित राजीव गांधी शिक्षा मिशन जांजगीर के स्टाफ उपस्थित रहे। एक दिवसीय कार्यशाला में कोरबा, रायगढ़ एवं जांजगीर जिले के 72 शिक्षिकाओं सहित कुल 120 पालक, बच्चे व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सहभागिता किया। कार्यशाला उपरांत प्रशिक्षित शिक्षिकाओं द्वारा अपने विकासखण्ड में पालकों को प्रेरित करने का कार्यक्रम चलाया जायेगा।
मेरे बारे में ...
डिजिटल पाठ्यपुस्तकों और आडियों, विडियों, इन्टरैक्टिव छवियों, मानचित्रों, प्रश्न संग्रहों जैसे ई संसाधनों का उपयोग करते हुए जल व पर्यावरण संरक्षण की वास्तविक गतिविधियों से बच्चों को जोड़ते हुए समय-समय पर शैक्षणिक प्रदर्शनियों, राष्ट्रीय व राज्य स्तर के कार्यशालाओं, प्रतियोगिताओं, अनुसंधान गतिविधियों व आनलाईन कोर्सेस में भाग लेकर विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रयासरत मानव संसाधन व विकास मंत्रालय भारत सरकार (MHRD) के हाथों पुरस्कृत एक राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षक हूं। स्वयं के संसाधनों से सरकारी स्कूल को डिजिटल स्कूल में तब्दील करने के बाद अब ICT तकनीकी का उपयोग कर राज्य भर के उत्साही शिक्षकों व विद्यार्थियों के साथ आनलाईन/आफलाईन जुड़कर नित नये नवाचारी गतिविधियों के लिए समर्पित हूं....
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
डिजिटल स्कूल में दीक्षांत समारोह के साथ परीक्षाफल की घोषणा, बच्चों को बांटे गये अंकसूची...
नवागढ़ ब्लाक के शास.पूर्व माध्य.शाला नवापारा (अमोदा) में शिक्षा सत्र के अंतिम दिवस आज 29 अप्रैल शनिवार को प्रगति पत्रक वितरण सह दीक्षांत समार...
-
शिक्षा सत्र 2022-23 प्रदेश कक्षा पहली से बारहवीं तक नियमित अध्ययनरत विद्यार्थियों के शैक्षणिक गुणवत्ता की नियमित आकलन के लिए छत्तीसगढ़ शासन...
-
शिक्षक साथियों नमस्कार , इस बार कक्षा 1 से लेकर 3 के लिए समग्र रिपोर्ट कार्ड जारी किया जाना है। यह NEP 2020 के तहत तैयार की गयी है। बहुआय...
-
आज 5 जून 2022 रविवार को शास.पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा (अमोदा) विकासखण्ड नवागढ़, जिला-जांजगीर-चांपा में पृथ्वी-जल-वायु इको क्लब द्वारा विश...
No comments:
Post a Comment