The Digital Teacher : प्रौढ़ शिक्षा हेतु एस.सी.एफ. व फोकस ग्रुप पेपर निर्माण कार्यशाला में शामिल हुए जांजगीर-चांपा जिले के प्रतिनिधि ...

प्रौढ़ शिक्षा हेतु एस.सी.एफ. व फोकस ग्रुप पेपर निर्माण कार्यशाला में शामिल हुए जांजगीर-चांपा जिले के प्रतिनिधि ...

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुक्रम में संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद छ.ग. तथा राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के तत्वाधान में 18 व 19 अगस्त 2021 तक दो दिवसीय  राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन रायपुर में किया गया जिसमें डाइट जांजगीर से व्याख्याता श्री प्रद्युम्न कुमार शर्मा तथा शैक्षणिक जिला सक्ती से नवाचारी शिक्षक श्री पुष्पेंद्र कौशिक प्रतिनिधि के रुप में सम्मिलित हुए। दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिवस पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक एवं नोडल अधिकारी श्री प्रशांत पाण्डेय, शिक्षा महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री आलोक शर्मा, डा. नीलम अरोरा, समग्र शिक्षा के सहायक संचालक डा.एम सुधीश, प्रीति सिंह व नेहा शुक्ला के द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या, राज्य की पाठ्यचर्या तथा फोकस ग्रुप पेपर पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
कार्यशाला से लौटकर श्री प्रद्युम्न कुमार शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा एनसीएफ (नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क) विकसित करने हेतु सभी राज्यों से सुझाव आमंत्रित किए गए हैं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को केन्द्र में रखकर प्रौढ़ शिक्षा हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के एस.सी.ई.आर.टी. में एस.सी.एफ. (स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क) एवं फोकस ग्रुप पेपर विकसित करने हेतु दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। श्री शर्मा ने बताया कि संपन्न हुए राज्य स्तरीय कार्यशाला में इस बात पर जोर दिया गया है कि प्रौढ़ शिक्षा में नवाचारी तरीके अपनाए जाएं जिससे प्रौढ़ लोग आसानी से शिक्षा की मुख्यधारा में वे अपने आप को जोड़ सके। प्रौढ़ शिक्षा के लिए स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क कैसे बनाएं पर पहले पांच बिंदुओं बुनियादी साक्षरता तथा संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा तथा सतत शिक्षा पर समझ बनाई गई तत्पश्चात राज्य से आए हुए विभिन्न प्रतिनिधियों द्वारा उपरोक्त बिंदुओं पर चर्चा परिचर्चा के आधार पर प्रस्तुतीकरण किया गया। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक प्रशांत पाण्डेय ने कहा कि प्रौढ़ शिक्षा के लिए ऐसी कार्य योजना बनाई जाएगी जो व्यावहारिक एवं आकर्षक हो जिससे प्रौढ़ आकर्षित हो सके। एस.सी.ई.आर.टी के अतिरिक्त संचालक डा. योगेश शिवहरे ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों ने जिन पांच विषयों में अलग-अलग समूहों में चर्चा की है इसे अपने जिलों में जाकर चर्चा करनी है। प्रदेश में शत् प्रतिशत् साक्षरता दर प्राप्त करने के लिए ऐसी पाठ्यचर्या का निर्माण करना होगा जो नवीन और पुरानी चीजों से अलग हटकर पूरी तरह से नवाचारी हो।  
                   


















1 comment:

डिजिटल स्कूल में दीक्षांत समारोह के साथ परीक्षाफल की घोषणा, बच्चों को बांटे गये अंकसूची...

नवागढ़ ब्लाक के शास.पूर्व माध्य.शाला नवापारा (अमोदा) में शिक्षा सत्र के अंतिम दिवस आज 29 अप्रैल शनिवार को प्रगति पत्रक वितरण सह दीक्षांत समार...