The Digital Teacher : अंतर्राष्ट्रीय संबंध - संयुक्त राष्ट्र संघ एवं उसके प्रमुख अंग

अंतर्राष्ट्रीय संबंध - संयुक्त राष्ट्र संघ एवं उसके प्रमुख अंग

सादर नमस्कार, 
आज हम अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को जानेंगे हम जानेंगे कि लीग आफ नेशन क्या है, संयुक्त राष्ट्र संघ क्या होता है, सुरक्षा परिषद क्या है, वीटो पावर किसे कहते है परिषद की स्थायी व अस्थायी सदस्यता क्या होती है आदि। साथियों आप सभी जानते है कि विश्व के अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का मुख्यालय जेनेवा में ही है। यह स्विटजरलैण्ड में है जो मध्य यूरोप का एक देश है और पूरे देश का करीब 60 प्रतिशत हिस्सा आल्पस पहाड़ों से ढकी हुई है, स्विस लोगों का जीवनस्तर दुनिया में सबसे ऊँचे जीवनस्तरों में से एक है। स्विटजरलैण्ड की राजधानी बर्न है। 
राष्ट्र संघ की स्थापना कैस हुई-
1914 में प्रथम विश्वयुद्ध आरंभ हुआ था जिसमें भले ही सारे दुनिया के देश शामिल नहीं थे किंतु सभी देशों की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित जरूर हुई थी यह विश्वयुद्ध वर्ष 1918 में समाप्त हुआ था जिसे 1919 की वर्साय की संधि के द्वारा समाप्त किया गया था। इस दौरान तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने एक ऐसा अंतर्राष्ट्रीय संगठन की स्थापना की जो द्वितीय विश्वयुद्ध कभी न हो इसे लीग आफ नेशन अर्थात राष्ट्र संघ कहा गया 10 जनवरी 1920 को इसकी नींव रखी गयी। इसका काम विश्व भर में स्वास्थ्य, व्यापार व श्रमिकों की स्थिति बेहतर करना भी रहा और इन सबका मुख्यालय जेनेवा में बनाया गया। किंतु लीग आफ नेशन की सदस्यता लेने के पहले किसी भी देश को अपने संसद में प्रस्ताव पारित करना होता था और हुआ यू कि इसकी स्थापना करने वाले यूएनए को ही उसके संसद ने प्रस्ताव पारित नहीं किया कि वह इसका सदस्य बनें। इस तरह से लीग आफ नेशन अपनी मजबूती पर कायम नहीं रह सका। अब जर्मनी ने पोलैण्ड पर आक्रमण किया, वह फ्रांस के जमीन पर कब्जा जमाता गया और लीग आफ नेशन मौन साधे रही, जर्मनी ने रूस पर भी कब्जा जमाना शुरू कर दिया और इस तरह से द्वितीय विश्वयुद्ध की शुरूआत हो गयी वर्ष 1939 से 1945 तक द्वितीय विश्वयुद्ध चला। अब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रूसवेल्ट ने लीग आफ नेशन को सुधारते हुए एक मजबूत संगठन बनाया उन्होंने इसका नाम बदलकर यूएनओ यूनाइटेड नेशन आर्गनाइजेशन संयुक्त राष्ट संघ रखा। इसकी स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। इसका प्रमुख उद्देश्य भविष्य में तृतीय विश्वयुद्ध को होने से रोकना है। संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय अमेरिका के न्यूयार्क शहर में स्थित है।
यूएनओ के कुल छह अंग है-
महासभा, न्यास, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय, सचिवालय, सामाजिक एवं आर्थिक परिषद तथा सुरक्षा परिषद है। इसमें सुरक्षा परिषद को सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। 
महासभा (General Assembly) में यूएनओ के सभी सदस्य देश शामिल है वर्तमान में 193 देश इसके सदस्य है इस एक तरह से विश्व का लघु संसद कहा जाता है। प्रतिवर्ष सितंबर माह में न्यूयार्क के मैनहैटन नामक स्थान में इसकी वार्षिक बैठक होती है। जिसमें सभी सदस्य देशों के शासनाध्यक्ष अर्थात प्रधानमंत्री शामिल होते है। इसके अध्यक्ष का कार्यकाल एक वर्ष का ही होता है भारत की पहली महिलाध्यक्ष श्रीमती विजय लक्ष्मी पंडित रही है।
यूएनओ का दूसरा अंग है न्यास (Trusteeship Council) अर्थात ट्रस्ट पूरे संगठन के खर्च चलाने के लिए कुछ देशों का समूह है जो पूरे संगठन के खर्च के लिए धन जुटाती है हमारा भारत इस पूरे खर्च का करीब एक प्रतिशत धन ही उपलब्ध कराती है।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) यह नीदरलैण्ड के हेग नामक शहर में है इसमें कुल 15 न्यायाधीश होते है एक न्यायाधीश का कार्यकाल 9 साल का होता है।
यूएनओ का चैथा अंग सचिवालय (Secretariat) है जो पूरे संगठन का वर्कप्लान करता है, इसका मुखिया महासचिव कहलाता है इसका कार्यकाल 5 साल का होता है। यूएनओ सचिवालय के नियम पूरे विश्व पर लागू होते है। नार्वे के त्रिगवेली यूएनओ के प्रथम महासचिव बने थे। वर्तमान में पुर्तगाल के एन्टेनियो गुटेरस यूएनओ के महासचिव है। उनके पहले बानकी मून जो कि दक्षिण कोरिया के थे इसके महासचिव रहे। मून कुल दो दो बार महासचिव रह चुके है। घाना के कोफी अन्नान भी यूएनओ के दो बार महासचिव रहे चुके है। भारत से अब तक कोई भी महासचिव नहीं बन सके है।
यूएनओ का पांचवा महत्वपूर्ण अंग है सामाजिक एवं आर्थिक परिषद (Economic and Social Council)
इसका काम पूरे विश्व में सामाजिक भेदभाव को समाप्त करना और व्यापार को बढ़ावा देना है। इसके द्वारा अनेक संगठनों की स्थापना की गयी है जैसे कि-
आईएलओ- इंटरनेशनल लेबर आर्गनाइजेशन पूरी दुनिया में श्रमिकों के हित के लिए काम करने वाली संस्था है।
एफएओ - फूड एण्ड एग्रीकल्चर आर्गनाइजेशन जो कि पूरे विश्व में खाद्यान्न व्यवस्था देखती है और जरूरतमंद देशों को भोजन उपलब्ध कराती है। इसका मुख्यालय इटली के रोम में है।
यूनेस्को- (United Nations Educational Scientific and Cultural Organization) पूरी दुनिया में शिक्षा को बढ़ावा देता है और विज्ञान के क्षेत्र में कलिंग पुरस्कार प्रदान करता है।
यूनीसेफ - (United Nations Children's Fund-UNICEF) बच्चों के हितों पर काम करने वाली  संस्था है।
यूएनओ का छठवां और सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंग है सुरक्षा परिषद इसे पूरी दुनिया की पुलिस व्यवस्था भी कह सकते है। इसमें कुल 15 सदस्य होते है जिसमें से 5 स्थायी सदस्य होते है जबकि 10 अस्थायी सदस्य जो प्रत्येक दो साल में चयनित होते है।
अस्थायी सदस्यों के चुनाव प्रक्रिया में सबसे पहले सुरक्षा परिषद में देशों का नामांकन होता है फिर उसे महासभा में पारित करने भेजा जाता है। सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्य देश है- यूएसए, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस व चाइना। इनके पास वीटो पावर होता है अर्थात ये किसी भी विधेयक को पारित करने या न करने के लिए स्वतंत्र है, यूएनओ के संविधान में स्पष्ट है कि यदि किसी विधेयक को इन पांच देशों में से किसी भी एक देश ने पारित नहीं किया तो वह विधेयक अमान्य हो जाता है। रूस ने अपने वीटो पावर का सर्वाधिक उपयोग किया है। भारत के काश्मीर मसले पर रूस ने वीटो लाकर हमारा साथ दिया है। इससे पूर्व भी 1971 के भारत पाक युद्ध में रूस ने भारत के पक्ष में अपने वीटो पावर का उपयोग किया था। यूएनओ का संविधान कहता है कि कोई भी देश किसी अन्य देश पर कब्जा नहीं कर सकता। उदाहरण जब सद्दाम हुसैन ने कुवैत पर कब्जा किया तो पूरी दुनिया एकजुट होकर उसे मार गिराया था। 1959 में चीन ने तिब्बत देश पर कब्जा जमा लिया था इस बीच पूरी दुनिया उसका विरोध किया था चूंकि चीन यूएनओ के सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है और उसके पास वीटो पावर है इसलिए उसके खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हो सकी।
भारत के पास वीटो पावर नहीं है अर्थात वह सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं है। किंतु हाल ही में भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य के रूप् में 8 वीं बार चुना गया है। 192 वोटों में से भारत को 184 वोट मिले है। इसके पहले भारत वर्ष 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92 और 2011-12 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य रह चुका है।
भारत ने यूएनओ के एनपीटी व सीटीबीटी पर हस्ताक्षर नहीं किया और अपनी सुरक्षा के लिए परमाणु परीक्षण किया है। किंतु भारत 1945 से यूएनओ का संस्थापक सदस्य रहा है जबकि उस समय तक हमारा देश गुलाम देश था। यूएनओ लोकतंत्र का हिमायती है और भारत पूरे विश्व का सबसे प्रमुख लोकतंत्र देश है। हमारा देश यूएनओ को समय समय पर सेना भी उपलब्ध कराती है, डब्ल्यू एच ओ पोलियो की दवा और अब कोरोना वैक्सीन भी उपलब्ध करा रही है। इधर पाकिस्तान ने काश्मीर मुद्दे को यूएनओ में कई बार उठाया जिसके लिए यूएनओ ने डिक्सन आयोग का गठन किया और आयोग ने जांच कर रिपोर्ट दे दी कि यह भारत पाक का आपसी मामला है जिसका यूएनओ से कोई लेना देना नहीं है। जी-4 देशों जिसमें भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रिका व जापान शामिल है। जिसमें स्थायी सदस्यता के लिए प्रबल दावेदार हमारा भारत है। यूएनओ की अधिकारिक भाषा की बात करें तो इसमें कुल 193 सदस्य देश है जिनकी सितंबर में वार्षिक बैठके होती है किंतु सभी देशों की भाषा को इसमें मान्यता नहीं दी गयी है कुल 6 अधिकारिक भाषाएं है जिसमें अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, रशियन, चाइनीज (मंदारिन) व अरबी है। इसका लिखित कार्य English व French में ही होता है।


अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय हेग (नीदरलैण्ड) 


संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज



 फूड एण्ड एग्रीकल्चर आर्गनाइजेशन रोम (इटली) 


संयुक्त  राष्ट्र संघ का मुख्यालय न्यूयार्क (अमेरिका)


संयुक्त  राष्ट्र संघ 








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